Waah Drama Waah! Waah Baba Waah!

Key Points From Daily Sakar Vaani and Avyakt Vaani – In Hindi and English

Key Points From Daily Murli – 16th December 2024

 1.     “आत्मा और शरीर दोनों का बाप अलगअलग है। आत्मा बच्चा भी निराकारी है तो बाप भी निराकारी है। यह भी तुम बच्चों की बुद्धि में है वह निराकार शिवबाबा हमारा बाप है, कितना छोटा है। यह अच्छी रीति याद रखना है। भूलना नहीं चाहिए। हम आत्मा भी बिन्दी मिसल छोटी हैं। ऐसे नहीं, ऊपर जायेंगे तो बड़ी दिखाई पड़ेगी, नीचे छोटी हो जायेगी। नहीं, वह तो है बिन्दी। ऊपर में जायेंगे तो तुमको जैसे देखने में भी नहीं आयेगी। बिन्दी है ना। बिन्दी क्या देखने में आयेगी। इन बातों पर बच्चों को अच्छी रीति विचार भी करना है। हम आत्मा ऊपर से आई हैं, शरीर से पार्ट बजाने। आत्मा घटतीबढ़ती नहीं है। आरगन्स पहले छोटे, पीछे बड़े होते हैं।”

 

2.    “तुम मुरलीधर के बच्चे हो, तुम्हें मुरलीधर जरूर बनना है। जब औरों का कल्याण करेंगे तब तो नई दुनिया में ऊंच पद पायेंगे। वह पढ़ाई तो है यहाँ के लिए। यह है भविष्य नई दुनिया के लिए। वहाँ तो सदैव सुख ही सुख है। वहाँ 5 विकार तंग करने वाले होते ही नहीं। यहाँ रावण राज्य अर्थात् पराये राज्य में हम हैं। तुम ही पहले अपने राज्य में थे।”

 

3.    “हम आत्मा सो देवता बनेंगे फिर हम सो क्षत्रिय.. डिग्री कम होगी। गाया भी जाता है पूज्य सो पुजारी। सतोप्रधान से फिर तमोप्रधान बनते हैं। ऐसे पुनर्जन्म लेतेलेते नीचे चले जायेंगे।”

 

4.    “अभी के श्रेष्ठ संस्कारों के आधार से भविष्य संसार बनता है। अभी के संस्कार भविष्य संसार का फाउण्डेशन हैं।”

 

 


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