Key Points From Daily Murli – 2nd March 2025
2. “बापदादा ने पहले भी कहा था – व्हाई–व्हाई नहीं करो, क्या करो? फ्लाई या वाह! वाह! करो या फ्लाई करो। व्हाई–व्हाई नहीं करो। व्हाई–व्हाई करना जल्दी आता है ना! आ जाता है? जब व्हाई आवे ना तो उसको वाह! वाह! कर लो। कोई भी कुछ करता है, कहता है, वाह! ड्रामा वाह!। यह क्यों करता है, यह क्यों कहता, नहीं। यह करे तो मैं करूं, नहीं।”
3. “माया को देखने वा जानने के लिए त्रिकालदर्शी और त्रिनेत्री बनो तब विजयी बनेंगे।”
4. “सत्यता और सभ्यता रूपी क्लचर को अपनाओ – सत्यता की निशानी सभ्यता है। अगर आप सच्चे हो, सत्यता की शक्ति आपमें है तो सभ्यता को कभी नहीं छोड़ो, सत्यता को सिद्ध करो लेकिन सभ्यतापूर्वक। अगर सभ्यता को छोड़कर असभ्यता में आकरके सत्य को सिद्ध करना चाहते हो तो वह सत्य सिद्ध नहीं होगा। असभ्यता की निशानी है जिद और सभ्यता की निशानी है निर्मान। सत्यता को सिद्ध करने वाला सदैव स्वयं निर्मान होकर सभ्यतापूर्वक व्यवहार करेगा।”