Waah Drama Waah! Waah Baba Waah!

Key Points From The Daily Murli – Hindi and English

Browsing:

Month: March 2025

Key Points From Daily Murli – March 2025

1st March 2025 “प्रश्नः– याद की यात्रा को दूसरा कौन–सा नाम देंगे? उत्तर:- याद की यात्रा प्रीत की यात्रा है। विपरीत बुद्धि वाले से नाम–रूप में फँसने की बदबू आती है। उनकी बुद्धि तमोप्रधान हो जाती है। जिनकी प्रीत एक Read more…


Key Points From Daily Murli – 31st March 2025

 1.     “बुद्धि में है हमको बाप मिला है तो वह खुशी रहनी चाहिए। परन्तु माया भी कम नहीं है। ऐसे बाप का बनकर फिर भी इतनी खुशी में नहीं रहते हैं। घुटके खाते रहते हैं। माया घड़ी–घड़ी बहुत घुटके खिलाती Read more…


Key Points From Daily Murli – 30th March 2025

1.     “वाह भाग्य विधाता! और वाह मेरा भाग्य! इस श्रेष्ठ भाग्य की विशेषता यही है – एक भगवान द्वारा तीन सम्बन्ध की प्राप्ति है। एक द्वारा एक में तीन सम्बन्ध, जो जीवन में विशेष सम्बन्ध गाये हुए हैं – बाप, Read more…


Key Points From Daily Murli – 29th March 2025

1.     “कल्प पहले भी बच्चों को समझाया था, मुझ पतित–पावन बाप को याद करो तो तुम पावन बन जायेंगे। पतित कैसे बने हो, विकारों की खाद पड़ी है। सब मनुष्य जंक खाये हुए हैं। अब वह जंक कैसे निकले? मुझे Read more…


Key Points From Daily Murli – 28th March 2025

 1.     “यह पढ़ाई हैख् इसमें अभी फेल हुए तो जन्म–जन्मान्तर, कल्प–कल्पान्तर फेल होते रहेंगे। अच्छी रीति पढ़ेंगे तो कल्प–कल्पान्तर अच्छी रीति पढ़ते रहेंगे।”   2.    “योग अच्छा है तो चलन भी अच्छी रहेगी। पढ़ाई में फिर कहाँ अहंकार आ जाता Read more…


Key Points From Daily Murli – 27th March 2025

 “प्रश्नः– बाप की याद बच्चों को यथार्थ न रहने का मुख्य कारण क्या है? उत्तर:- साकार में आते–आते भूल गये हैं कि हम आत्मा निराकार हैं और हमारा बाप भी निराकार है, साकार होने के कारण साकार की याद सहज Read more…


Key Points From Daily Murli – 26th March 2025

1.     “पावन दुनिया में पावन भारत था। तुम्हारे पास प्रदर्शनी आदि में भिन्न–भिन्न प्रकार के मनुष्य आते हैं। कोई कहते हैं जैसे भोजन जरूरी है वैसे यह विकार भी भोजन है, इनके बिना मर जायेंगे। अब ऐसी बात तो है Read more…


Key Points From Daily Murli – 25th March 2025

 “प्रश्नः– किस बात का सदा सिमरण होता रहे तो माया तंग नहीं करेगी? उत्तर:- हम बाप के पास आये हैं, वह हमारा बाबा भी है, शिक्षक भी है, सतगुरू भी है परन्तु है निराकार। हम निराकारी आत्माओं को पढ़ाने वाला Read more…


Key Points From Daily Murli – 24th March 2025

 “प्रश्नः– याद में मुख्य मेहनत कौन सी है? उत्तर:- बाप की याद में बैठते समय देह भी याद न आये। आत्म–अभिमानी बन बाप को याद करो, यही मेहनत है, इसमें ही विघ्न पड़ता है क्योंकि आधाकल्प देह–अभिमानी रहे हो। भक्ति Read more…


Key Points From Daily Murli – 23rd March 2025

 1.     “हर एक के दिल में “मेरा बाबा” इसी स्नेह का गीत बज रहा है। स्नेह ही इस देह और देह के सम्बन्ध से न्यारा बना रहा है। स्नेह ही मायाजीत बना रहा है। जहाँ दिल का स्नेह है वहाँ Read more…


×