01/01/2025 जैसे सागर के ऊपर में बादल हैं तो बादलों का बाप हुआ सागर। जो बादल सागर के साथ हैं उनके लिए ही बरसात है। वह बादल भी पानी भरकर फिर बरसते हैं। तुम भी सागर के पास आते हो Read more…
“प्रश्नः– सबसे बड़ा पाप कौन–सा है? उत्तर:- किसी पर भी बुरी दृष्टि रखना – यह सबसे बड़ा पाप है। तुम पुण्य आत्मा बनने वाले बच्चे किसी पर भी बुरी दृष्टि (विकारी दृष्टि) नहीं रख सकते। जाँच करनी है हम कहाँ Read more…
“प्रश्नः– बाप का मुख्य डायरेक्शन क्या है? उसका उल्लंघन क्यों होता है? उत्तर:- बाप का डायरेक्शन है किसी से सेवा मत लो क्योंकि तुम खुद सर्वेन्ट हो। परन्तु देह–अभिमान के कारण बाप के इस डायरेक्शन का उल्लंघन करते हैं। बाबा Read more…
1. “भगवान ने ही समझाया है कि कोई मनुष्य को भगवान नहीं कहा जा सकता। देवताओं को भी भगवान नहीं कहा जाता। भगवान तो निराकार है, उनका कोई भी साकारी वा आकारी रूप नहीं है। सूक्ष्मवतनवासियों का भी सूक्ष्म आकार Read more…
1. “जैसे बाप हीरे जैसा बनाते हैं, बच्चे भी औरों को हीरे जैसा बनाते हैं। यही सीखना है – मनुष्य को हीरे जैसा कैसे बनायें?” 2. “तुम हीरे आदि क्या करेंगे। तुमको तो दरकार ही नहीं। वो लोग तो Read more…
1. “तुम बच्चे श्रीमत पर चलकर अभी माया रूपी रावण पर जीत पाते हो। फिर आधाकल्प बाद रावण राज्य शुरू होता है। तुम बच्चे अभी युद्ध के मैदान पर हो।” 2. “बाप कहते हैं जो जिस भावना से याद Read more…
1. “अभी स्वर्ग की स्थापना हो रही है, हम स्वर्गवासी बनते हैं यह याद रहे तो सदा हर्षितमुख रहेंगे। तुम बच्चों को बहुत खुशी रहनी चाहिए। तुम्हारी एम ऑब्जेक्ट तो ऊंच है ना। हम मनुष्य से देवता, स्वर्गवासी बनते हैं। Read more…
1. “नम्बरवार इसलिए कहते हैं क्योंकि कोई तो फर्स्ट ग्रेड में समझते हैं, कोई सेकण्ड ग्रेड में, कोई–कोई थर्ड ग्रेड में। समझ भी हर एक की अपनी–अपनी है। निश्चयबुद्धि भी हर एक की अपनी है। बाप तो समझाते रहते हैं, Read more…
1. “बाप कहते हैं ऊंच ते ऊंच मैं हूँ। मुझे याद करो, यह वशीकरण मन्त्र है।” 2. “हद के कोई भी व्यक्ति या वैभव से लगाव – यही मेरा पन है। इस मेरे पन को और मैं करता हूँ, Read more…
“प्रश्नः– किस कशिश के आधार पर सभी आत्मायें तुम्हारे पास खींचती हुई आयेंगी? उत्तर:- पवित्रता और योग की कशिश के आधार पर। इसी से ही तुम्हारी वृद्धि होती जायेगी। आगे चलकर बाप को फट से जान जायेंगे। देखेंगे इतने ढेर Read more…