1. “हर एक ब्राह्मण आत्मा का ब्राह्मण जीवन का आदिकाल स्नेह की शक्ति द्वारा ही हुआ है। ब्राह्मण जन्म की यह स्नेह की शक्ति वरदान बन आगे बढ़ा रही है।” 2. “सबसे पहली स्मृति सबको क्या मिली? पहला पाठ Read more…
2nd November 2024 जैसा बाप वैसे बच्चे होते हैं। सारा मदार पुरूषार्थ पर है। पुरूषार्थ कर जितना ऊंच पद लेना हो ले सकते हो। वह है बेहद का बाप, बेहद सुख देने वाला। समझाते हैं सतोप्रधान बनने से ही तुम Read more…
“प्रश्नः– किन बच्चों के लिए माया चुम्बक है? उत्तर:- जो माया की खूबसूरती की तरफ आकर्षित हो जाते हैं, उन्हों के लिए माया चुम्बक है। श्रीमत पर चलने वाले बच्चे आकर्षित नहीं होंगे।” 1. “शिवबाबा समझाते हैं तो जरूर Read more…
1. “बाबा हमारा बाप, टीचर और सतगुरू है। विचित्र है। उनको अपना शरीर नहीं है, फिर आते कैसे हैं? कहते हैं मुझे प्रकृति का, मुख का आधार लेना पड़ता है। मैं तो विचित्र हूँ। तुम सभी चित्र वाले हो।” Read more…
1. “ओम् शान्ति। ओम् शान्ति अक्सर करके क्यों कहा जाता है? यह है परिचय देना – आत्मा का परिचय आत्मा ही देती है। बात–चीत आत्मा ही करती है शरीर द्वारा। आत्मा बिगर तो शरीर कुछ कर नहीं सकता। तो यह Read more…
1. “कोई–कोई कहते हैं बाबा हम ट्रेनिंग लिए जावें? तो बाबा कहते हैं बच्चे, पहले तुम अपनी कमियों को तो निकालो। अपने को देखो हमारे में कितने अवगुण हैं? अच्छे–अच्छे महारथियों को भी माया एकदम लून–पानी कर देती है।” Read more…
1. “योग से ही हमारी आत्मा जो पतित बन गई है, वह पावन बनेगी।” 2. “दिल साफ वाले ही दिल पर चढ़ते हैं।“ 3. “बाप कहते हैं – बच्चों, मुझे याद करते रहो तो तुम्हारे कपड़े साफ हों। Read more…
1. “अशान्त होना यह भी अवगुण है। अवगुण को निकालना है।” 2. “शान्ति से ही याद कर सकते हैं। अशान्ति वाले याद कर न सकें।” 3. “कर्मेन्द्रियों पर विजय पानी है।” 4. “यहाँ कोई अशान्त रहते हैं Read more…
1. “बापदादा देख रहे थे कि स्वमान का निश्चय और उसका रूहानी नशा दोनों का बैलेन्स कितना रहता है? निश्चय है – नॉलेजफुल बनना और रूहानी नशा है – पावॅरफुल बनना। तो नॉलेजफुल में भी दो प्रकार देखे – एक Read more…
“प्रश्नः– किस स्मृति में रहो तो देह–अभिमान नहीं आयेगा? उत्तर:- सदा स्मृति रहे कि हम गॉडली सर्वेन्ट हैं। सर्वेन्ट को कभी भी देह–अभिमान नहीं आ सकता। जितना–जितना योग में रहेंगे उतना देह–अभिमान टूटता जायेगा। प्रश्नः– देह–अभिमानियों को ड्रामा अनुसार कौन–सा Read more…