1. “प्रश्नः- किस स्मृति में रहो तो रावणपने की स्मृति विस्मृत हो जायेगी? उत्तर:- सदा स्मृति रहे कि हम स्त्री-पुरुष नहीं, हम आत्मा हैं, हम बड़े बाबा (शिवबाबा) से छोटे बाबा (ब्रह्मा) द्वारा वर्सा ले रहे हैं। यह स्मृति रावणपने Read more…
1. ““मीठे बच्चे – एकान्त में बैठ अपने साथ बातें करो, हम अविनाशी आत्मा हैं, बाप से सुनते हैं, यह प्रैक्टिस करो” “Sweet children, sit in solitude and talk to yourself. Practise, “I am an imperishable soul and I listen Read more…
1. “प्रश्नः- कौन-सी एक बात तुम्हें बार-बार अपने से घोट कर पक्की करनी चाहिए? उत्तर:- हम आत्मा हैं, हम परमात्मा बाप से वर्सा ले रहे हैं। आत्मायें हैं बच्चे, परमात्मा है बाप। अभी बच्चे और बाप का मेला हुआ है। Read more…
1. “बाप ही ज्ञान का सागर है। वह सत है, चैतन्य है, अमर है। पुनर्जन्म रहित है। शान्ति का सागर, सुख का सागर, पवित्रता का सागर है।” “The Father is the Ocean of Knowledge. He is the Truth, the Living Read more…